आखिर
क्यों चेरापूंजी में ही इतनी वर्षा होती है
हेलो
दोस्तो आज हम बात
करने वाले हैं भारत के एक ऐसे
शहर के बारे में
जो अपनी रहस्य के कारण पूरी
दुनिया में विख्यात है और अपना
नाम वर्ल्ड गिनीज बुक में भी दर्ज कर
चुका है जी हां
दोस्तों आप बिल्कुल अच्छा
समझ रहे हैं मैं बात करने जा रहा हूं
मेघालय के उस सिटी
कि जो पूरे विश्व
में सबसे ज्यादा बारिश के लिए विख्यात
है और सर्वमान्य है
दोस्तों
आज मैं आपको बताने वाला हूं कि इस शहर में विश्व के सबसे ज्यादा वर्षा क्यों होती है क्या इसके रहते हैं और क्या इसके
चलते हैं हम उसके बारे
में आज जानेंगे तो
आइए स्टार्ट करते हैं
चेरापूंजी
25 पॉइंट 30 डिग्री सेल्सियस नॉर्थ और 91 पॉइंट 70 डिग्री सेल्सियस ईस्ट में स्थित है |इसकी औसत
ऊंचाई 1484 मीटर है |जिसके सामने
हम बांग्लादेश के मैदानी इलाका
देख सकते हैं|
यह पठार आसपास की घाटियों से 600 मीटर ऊपर है चेरापूंजी में दक्षिण पश्चिम और पूर्व मानसूनी हवाएं दोनों दिशाओं से आती हैं |जिसके कारण एक लंबा मानसून सीजन अच्छा खासा बन जाता है |यह खासी हिल के उस और पड़ता है जहां पर हवाओं का सबसे अधिक बोला वाला रहता है |सर्दियों में यहां पूर्वोत्तर की ओर ब्रह्मपुत्र घाटी से आने वाली मानसून वर्षा लाती है|
यह पठार आसपास की घाटियों से 600 मीटर ऊपर है चेरापूंजी में दक्षिण पश्चिम और पूर्व मानसूनी हवाएं दोनों दिशाओं से आती हैं |जिसके कारण एक लंबा मानसून सीजन अच्छा खासा बन जाता है |यह खासी हिल के उस और पड़ता है जहां पर हवाओं का सबसे अधिक बोला वाला रहता है |सर्दियों में यहां पूर्वोत्तर की ओर ब्रह्मपुत्र घाटी से आने वाली मानसून वर्षा लाती है|
चेरापूंजी में गर्मी Bangal ki khadi की तरफ से आने वाला मानसून चेरापूंजी के अंदर सबसे अधिक वर्षा यह का आता है |मानसून के बाद और बांग्लादेश के मैदानी इलाकों के ऊपर से 400 किलोमीटर की उड़ान भरने के बाद खासी हिल्स से टकराते हैं |यह मैदानों में से 2 से 5 किलोमीटर के सफर के भीतर ही समुद्र से 15 मीटर की ऊंचाई पर पहुंच जाते हैं |
गहरी घाटियों वाले पहाड़ियों की कुछ ऐसी है कि नीचे नीचे दर्द चेरापूंजी के आसमान को अचानक भर देते हैं |वर्षा बादलों से ऊपर की ओर उठा देती है तेजी से ऊपर तेजी से ऊंचाई पर पहुंचे बालों को तेजी से खड़े होकर जाते हैं |जिससे अचानक भारी वर्षा होने लग जाती|
चेरापूंजी
में वर्षा के लिए मुख्य
रूप से यहां के
पहाड़ों की संरचना को
ही जिम्मेदार ठहराया जा सकता है |कि दक्षिण की ओर से
पहाड़ियों की ओर उड़ान
भरते घाटी में हवा के दबाव से
तेजी आते हैं |और जाते हैं
कोई आश्चर्य नहीं है|
कि
अधिक वर्षा होती है जाती हैं|
चेरापूंजी
में औसतन 11770 एमएम सालाना वर्षा होती है| इसके नाम
सर्वाधिक बारिश दर्ज करने के दो गिनीज
वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं |पहला 1 वर्ष में सर्वाधिक वर्षा का अगस्त 1807 और
जुलाई 18 से 1000 के बीच में
22987 मिली मीटर और दूसरा 1 महीने
में सर्वाधिक वर्षा का जुलाई 18 से
18 में 9300 मिलीमीटर है|
तो है ना
दोस्तों चेरापूंजी एक विचित्र शहर
जो पूरे विश्व में अपनी भौगोलिक स्थिति और वर्षा के
लिए विख्यात है तो उम्मीद
है |दोस्तो आपको जानकारी अच्छी लगी होगी भारत के बारे में
बहुत सी ऐसी जानकारियां
हैं जो बहुत ही
रोचक और उम्दा है
जिसे हम ऐसे ही
लेकर आपके सामने पेश करते रहेंगे तो अगर आपको
यह लेख अच्छा लगा हो तो इसको
शेयर जरूर कीजिएगा धन्यवाद|